दिल्ली-यूपी, बिहार-झारखंड में कब आ रहा मानसून, सामने आ गई तारीख..
दिल्ली, पंजाब, यूपी औऱ हरियाणा सहित देश के ज्यादातर राज्यों के लोगों को दक्षिण-पश्चिम मानसून का इंतजार है ताकि गर्मी से राहत मिले. इस बीच मौसम विभाग ने बताया कि कब मानसून पहुंचेगा?
दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश औऱ हरियाणा सहित देश के ज्यादातर राज्यों में भीषण गर्मी का सितम जारी है. गर्मी से जूझ रहे उत्तर भारत और मध्य भारत को दक्षिण-पश्चिम मानसून का इंतजार है. इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि मानसून अगले तीन से चार दिनों के दौरान ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी तक पहुंच सकता है.
मौसम विभाग के अनुसार, मानसून के बिहार और झारखंड में 16-18 जून तक, उत्तर प्रदेश में 20-30 जून तक और दिल्ली में 27 जून के आसपास पहुंचने की उम्मीद है, जो राष्ट्रीय राजधानी के लिए सामान्य शुरुआत की तारीख है.
कहां कैसा मौसम रहा?
उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, झारखंड और पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाकों में भी भीषण गर्मी की स्थिति देखी गई है. पश्चिमी झारखंड, दक्षिणी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़-दिल्ली, पंजाब, उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 45-47 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा. उत्तर प्रदेश के कानपुर में सबसे अधिक 47.5 डिग्री तापमान दर्ज किया गया.
अधिकाऱी ने कहा, “बंगाल की खाड़ी में मानसून कमजोर है और इसके वहां से आगे बढ़ने का इंतजार है.” बुधवार (12 जून) को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, झारखंड के अधिकांश भागों, उत्तरी राजस्थान के कई भागों, हिमाचल प्रदेश के कुछ भागों, दक्षिणी बिहार, उत्तरी ओडिशा और पश्चिम बंगाल में गंगा के तटवर्ती क्षेत्रों में भीषण गर्मी का प्रकोप रहा.
दिल्ली और यूपी में कैसा मौसम रहेगा?
पूर्व पृथ्वी विज्ञान सचिव माधवन राजीवन ने कहा कि सामान्य प्रगति के बाद मानसून का क्रम भंग हो रहा है. राजीवन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, “अगले 8-10 दिनों में बहुत ज्यादा प्रगति की उम्मीद नहीं है, इसलिए उत्तर भारत में इसकी शुरुआत में देरी हो सकती है. इससे दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार समेत उत्तर भारत में अत्यधिक तापमान और लू चलने की संभावना है.”
उत्तर भारत में गर्मी क्यों पड़ रही है?
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि उत्तर-पश्चिम से आने वाली गर्म हवाएं बंगाल की खाड़ी के ऊपर कमजोर मानसून पर हावी हो रही हैं. मध्य और उत्तरी भारत के कुछ हिस्सों में गर्म मौसम की स्थिति को बढ़ा रही हैं.