सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले की 11 दुकानों को है नोटिस, तहसील न्यायालयों में कार्रवाई नहीं।।
सारंगढ बिलाईगढ में 96 लाख की वसूली होनी है राशन दुकानों से, आरआरसी प्रकरणों में सुस्ती।
सारंगढ़ राशन दुकानों में घपले पर अब तक कार्रवाई नहीं हो सकी है। खाद्य विभाग ने आरआरसी वसूली के लिए प्रकरण तो भेजे हैं, लेकिन वसूली नहीं हो पा रही है। सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में 11 दुकानों से करीब 96 लाख रुपए वसूले जाने हैं। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में राशन दुकानों में घोटाला एक बड़ा मुद्दा था। भाजपा ने सरकार आने के बाद इसकी विस्तृत जांच करवाने का वादा किया था। पीडीएस दुकानों से पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के कोटे से आए चावल को बांटे बिना गबन करने के आरोप लगे थे। करोड़ों का चावल गायब हुआ था। इसके बाद राशन दुकान संचालकों को चावल की भरपाई करने का समय दिया गया। कुछ दुकानों ने जैसे-तैसे भरपाई कर ली लेकिन अब भी लाखों रुपए बाकी हैं।
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के 11 दुकानों में कुल 96,07,962 रुपए की वसूली होनी है। खाद्य विभाग ने सभी दुकानों में बकाया की आरआरसी वसूली का प्रकरण तहसीलदार को भेज दिया है। तहसील में प्रकरण तो दर्ज हो गया लेकिन वसूली को लेकर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। इनमें सबसे ज्यादा बकाया पवनी औरी टांड़ीपार की पीडीएस दुकानों में है। दोनों दुकान मिलाकर करीब 42 लाख का बकाया है। आरआरसी के प्रकरणों में वसूली प्रक्रिया को बेहद लंबा खींचा जा रहा है।
चल-अचल संपत्ति की होगी नीलामी
11 दुकानों में सबसे ज्यादा बकाया 21.39 लाख रुपए पवनी के राशन दुकान पर है। सेवा सहकारी समिति बिलाईगढ़ नपं पवनी के दुकान के संचालक टीकाराम साहू और विक्रेता ओमप्रकाश तिवारी हैं। राशि की वसूली के लिए टीकाराम साहू की चल अचल संपत्ति की नीलामी होने वाली है। इसका आदेश पारित हो गया है। दिलचस्प बात यह है कि सेवा सहकारी समिति बिलाईगढ़ अध्यक्ष टीकाराम साहू के पास छह दुकानें थीं। सभी में मिलाकर करीब 54 लाख रुपए बकाया हैं।
दुकान बकाया
टाड़ीपार 20.29 लाख रुपए
कंचनपुर 2.23 लाख रुपए
देवगांव 1.52 लाख रुपए
देवरबोड़ 11.20 लाख रुपए
सिंघीटार 5.12 लाख रुपए
बिलाईगढ़ 9.24 लाख रुपए
सलिहा 11.37 लाख रुपए