भदनपुर की झिरिया नदी को समाप्त करने में अल्ट्राट्रेक सीमेन्ट का षड्यंत्र आज दशकों से चल रहा है,ताकि किसान बेबश होकर उद्योग के समाने टेके..घुटने
मैहर के भदनपुर ग्राम की आराजी क्रमांक 357 में नदी थी, पास कई एकड़ कृषि भूमि थी जिसमे किसान खेती करके अपने परिवार का भरण पोषण करते थे, लेकिन किसानों के साथ षड्यंत्र की शुरुआत आज कई दशक पहले शुरू हो गई,बताया जाता है कि किसानों ने रास्ता और पानी में पानी के लिए लड़ाई भी लड़ी वर्ष 2016 में किसानों को परेशान करने के उद्देश्य से सीमेंट प्लांट ने जब रास्ता बंद कर दिया तो उस समय के मैहर एसडीएम ने किसानों के हित में रास्ते को खुलवाया था, अब वही स्थिति फिर आ गई अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट ने झिरिया नदी को सुखा दिया प्रमाण बगल से लगी गहरी खदान,कुछ किसानों ने जमीन बेच दी तो उद्योग को लगा बाकी बचे किसान कूट नीति का शिकार हो ही जाएगी,कहे की यह उद्योग किसानों के लिए अंग्रेजो की नीति फूट डालो राज्य करो की अपना रहा है,अब किसानों की खेती नही हुई वही किसानों के परिवार के लोगो को रोजगार इस उद्योग में नही है किसानों को वर्तमान समय में चौतरफा परेशान करने का षड्यंत्र रचा जा चुका है आप वीडियो में देख सकते है 357 नदी की आराजी है बगल में खदान और दूसरी तरफ बगल में किसानों की आराजी है जो अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट के कार्य की वजह से पूरी तरह प्रभावित हो चुकी है प्रशासन से अनुरोध है आराजी क्रमांक 357 जो शासकीय है उसे अतिक्रमण मुक्त सीमांकन करके बनवाए और किसानों को उनके नुकसान की भरपाई दिलवाए|