झमाझम हुई बारिश ने गर्मी व उमस से दिलाई राहत किसान भी बारिश का बेसब्री से कर रहे थे इंतजार
रायगढ़। विगत सप्ताहभर से लोग गर्मी व उमस से बेहाल थे, ऐसे में शुक्रवार शाम से ही मौसम में बदलाव शुरू हुआ था और शनिवार शाम को करीब आधा घंटा तक झमाझम बारिश होने से गर्मी व उसम से राहत मिली है। साथ ही अगले पांच दिनों तक जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में बारिश होने की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि विगत सप्ताहभर बाद अब फिर से जिले में मानसून सक्रिय हुआ है। जिससे शुक्रवार से ही आसमान में बादल आने लगे थे, लेकिन अच्छी बारिश नहीं होने के कारण मौसम में काफी उमस भर गया था, जिससे लोगों की परेशानी भी बढ़ गई थी।
ऐसे में शनिवार सुबह से ही मौमस विभाग द्वारा अलर्ट जारी किया जा रहा था, लेकिन शाम होते ही अचानक मौसम में बदलाव हुआ और करीब आधा घंटा तक झमाझम बारिश हुई, इसके बाद करीब घंटाभर तक हल्की बारिश होती रही। जिससे लोगों को काभी राहत मिली है। वहीं मौसम विभाग की मानें तो अगले 48 घंटे के भीतर जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है। साथ ही 13 से 17 तक रायगढ़ सहित उससे लगे जिले के लिए यलो अर्लट जारी करते हुए बताया है कि भारी बारिश होने की संभावना है। साथ ही मौसम विभाग के अनुसार मानसून द्रोणिका श्रीगंगानगर, हिस्सार, दिल्ली, बाराबंकी, डेहरी, आसनसोल और उसके बाद दक्षिण पूर्व की ओर उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।
साथ ही एक ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण झारखंड और उसके आसपास 3.1 किलोमीटर ऊंचाई पर बना हुआ है तथा एक ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी-तटीय आंध्र प्रदेश के ऊपर 5.8 किलोमीटर तक विस्तारित है। जिसके चलते रविवार को जिले के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पडऩे की संभावना है। साथ ही प्रदेश एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ वज्रपात व अंधड चलने की बात कही जा रही है।
नालियों का कचरा आया सडक़ तक
शनिवार शाम को झमाझम बारिश होते ही शहर के अलग-अलग क्षेत्रों की जाम नालियों का कचरा सडक़ तक आ गया था। ऐसे में जहां एक तरफ नगर निगम डेंगू कम करने दवा का छिडक़ाव कर रही है तो दूसरी तरफ नालियों की सफाई नहीं होने से बीमारी का खतरा भी है। ऐसे में स्थानीय लोगों की मानें तो बारिश तेज होने पर जाम नालियों के चलते बारिश का पानी नाली से न निकलकर सडक़ों से निकले लग रहा है, जिससे पूरी सडक़ खराब हो रही है। ऐसे में जब तक नालियों की नियमित सफाई अत्यंत जरूरी है।
किसानों के खिले चेहरे
उल्लेखनीय है कि विगत सप्ताहभर से बारिश बंद होने से बारिश बंद होने खेती का कार्य तेज हो गया था, जिससे जिले में आधे से अधिक धान की बोआई हो सकी है। ऐसे में अब पानी की निंतात आवश्यकता थी, वहीं किसानों का कहना है कि अब अगर अच्छी बारिश होती है धान की रोपाई शुरू हो जाएगा, क्योंकि रोपा लगाने के लिए खेतों पानी की ज्यादा जरूरत है।