पीडल्यूडी विभाग की उदासीनता से कीचड़ में चलने को मजबूर ग्रामीण?
बरमकेला। जिले के ग्राम पंचायत अचानकपाली में हल्की सी बरीश क्या हुई सडक़ तालाब में तब्दील हो जाने से ही कीचड़ की बौछार हो जाती है। पता नही चल पता की गड्ढे में सडक़ है या सडक़ में गड्ढा।
सारंगढ़ से महज 17 से 20 किलो मीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत अचानकपाली का यह मामला 19 से 20 वर्ष पहले मुख्यमंत्री सडक़ योजना की तहत 1.5 किलो मीटर की पक्की सडक़ निर्माण हुआ था जो मुस्किल से 2,3 वर्ष तक सही तरीका से राहगीर व यातायात चल पाया और बात करे सडक़ की तो आज प्रयंत तक न रिपेयरिंग हुआ न ही सुधार हो पाया है। वर्षो से आज तक राहगीर कीचड़ और गड्डे में चलने को मजबूर है। विदित हो की अचानकपाली में ग्राम पंचायत होने के चलते पंचायत भवन पीडीएस भवन सभी शासकीय भवन अचानकपाली में है। अचानकपाली के रहवासियों के साथ पंचायत के आश्रित ग्राम नरेशनगर के राहगीरों को भी शासकीय कार्य के लिए आने जाने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। अब देखना यह लाजमी होगा की समाचार प्रकाशित होने के बाद लोक निर्माण विभाग विभाग की नींद खुलता है या और गहरी नीद में सोते रहेंगे? और आम जनता कीचड़ में चलने पर मजबूर कब तक रहेंगे। जब हमने इस विषय पर अधिकारी से वर्सन लेना चाहा तो सब इंजीनियर का मोबाइल बंद आया और वही एसडीओ साहब ने फोन उठाना मुनासिब न समझा।