छत्तीसगढ़ राज्योत्सव-2024: एमसीबी में जीपीएम विधायक प्रणव मरपच्ची ने किया उद्घाटन।।
राज्योत्सव-2024 में विभिन्न विभागों के स्टॉल: सरकारी योजनाओं का लाभ मिला नागरिकों को* *विधायक प्रणव मरपच्ची ने नागरिकों को बांटे श्रमिक कार्ड, आयुष्मान कार्ड और अन्य सुविधाएं* *कलेक्टर डी. राहुल वेंकट ने राज्य निर्माण की ऐतिहासिकता पर दिया।
छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस ( राज्योत्सव-2024) का शुभारंभ गौरेला- पेंड्रा- मरवाही विधायक श्री प्रणव मरपच्ची और अन्य जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में किया गया। इस दौरान श्री मरपच्ची ने विभिन्न विभागों के स्टॉल का निरीक्षण किया। यह स्टॉल नागरिकों को सरकारी योजनाओं का लाभ देने के उद्देश्य से लगाए गए थे, जिनमें श्री मरपच्ची ने आम नागरिकों को श्रमिक पंजीयन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, मोटराइज्ड साइकिल, व्हीलचेयर, जाति प्रमाण पत्र, वन अधिकार पट्टा, स्वच्छता किट, मसूर और लौकी मिनीकिट, दिव्यांग छड़ी, चूजा वितरण, नोनी सुरक्षा प्रमाण पत्र, राशन कार्ड, आइस बॉक्स और जाल का वितरण किया ।
इस अवसर पर श्री मरपच्ची और अन्य जनप्रतिनिधियों ने दीप प्रज्वलन कर पूजा अर्चना की और राज्य गीत के साथ इस कार्यक्रम का परंपरागत तरीके से शुभारंभ किया। मुख्य अतिथि और अन्य सभी जनप्रतिनिधियों का स्वागत किया गया। स्कूली छात्राओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत कर समारोह को और भी मनमोहक बना दिया। कलेक्टर श्री डी. राहुल वेंकट ने स्वागत भाषण में जिलेवासियों को राज्योत्सव की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य का गठन 1 नवंबर 2000 को हुआ और 9 सितंबर 2022 को कोरिया जिले से अलग होकर नया जिला मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर अस्तित्व में आया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ ऐतिहासिकता के साथ विकसित हुआ है, और यहां के महान विभूतियों ने छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के लिए अतुल्य योगदान दिया है।
छत्तीसगढ़ राज्य की अस्मिता को संजोए रखने की जिम्मेदारी आज हम सभी पर है। श्री प्रणव मरपच्ची ने अपने उद्बोधन में मंच पर उपस्थित और समारोह में शामिल सभी नागरिकों को ष्भारत माताष् और ष्छत्तीसगढ़ महतारीष् के लिए जयकारा लगाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि राज्य का गठन माननीय स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई जी के योगदान का परिणाम है। उन्होंने राजनीति से परे होकर छत्तीसगढ़वासियों की भावना को ध्यान में रखते हुए यह राज्य उपहार स्वरूप प्रदान किया। 2000 में जब मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ अलग हुआ, तब की तत्कालीन सरकार ने इस राज्य की आधारशिला रखी। इस संदर्भ में उन्होंने डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में पिछले 15 वर्षों में हुए विकास कार्यों को भी सराहा। अपने भाषण में उन्होंने छत्तीसगढ़ में वर्तमान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार के कार्यों की भी सराहना की। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार 70 लाख महिलाओं को सहायता प्रदान कर रही है, प्रति क्विंटल धान के लिए 3100 रुपये का भुगतान कर रही है, और 18 लाख आवास बनाने का कार्य भी कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में धन का सही तरीके से आवंटन हो रहा है और छत्तीसगढ़ की जनता सरकार के कार्यों से संतुष्ट है। श्री अनिल केशरवानी ने भी सभा को संबोधित करते हुए अटल बिहारी वाजपेई जी के योगदान की सराहना की और कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य की पहचान बनाने में उनकी भूमिका अहम रही। उन्होंने राज्य के वर्तमान नेतृत्व, जिसमें कृषि मंत्री रामविचार नेताम जैसे नेताओं का उल्लेख किया, जिनके निर्देशन में सरकार राज्य के विकास के लिए कार्य कर रही है। इस राज्योत्सव में विभिन्न विभागों ने अपने-अपने विभागीय योजनाओं के स्टॉल लगाए, जिनमें पंचायत एवं ग्रामीण विकास, आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास, स्कूल शिक्षा, कृषि, महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, समाज कल्याण, जिला अंत्यावसायी सहकारी समिति, मछली पालन, पशुपालन, आयुष, उद्यानिकी, नगरीय प्रशासन एवं विकास, श्रम और पुलिस विभाग के स्टॉल प्रमुख थे। जनसंपर्क विभाग द्वारा राज्य सरकार की योजनाओं से संबंधित बुकलेट का वितरण भी किया गया।
इस मौके पर विभिन्न स्कूलों के छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। उपस्थित जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों में जिला अध्यक्ष अनिल केशरवानी, रेणुका सिंह, पूर्व विधायक चंपा देवी पावले, श्रीमती सरोज यादव, राजकुमारी बैगा, धीरेन्द्र विश्वकर्मा, रजनीश पाण्डे, दृगपाल सिंह, रविशंकर सिंह, नगर निगम चिरमिरी और जनपद पंचायत मनेंद्रगढ़ के साथ कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, अपर कलेक्टर, वन मंडल अधिकारी, परियोजना निदेशक, एसडीएम, जनपद सीईओ एवं अन्य जनप्रतिनिधि अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे ।