*कृषि महाविद्यालय मर्रा में राष्ट्रीय संविधान दिवस पर संविधान की उद्देशिका का वाचन कर लिया गया शपथ,,,
भारत रत्न संत विनोबा भावे कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र मर्रा (पाटन) में आज राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तहत में राष्ट्रीय संविधान दिवस पर भारतीय संविधान की उद्देशिका का पाठन कर शपथ लिया गया!
कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ भारती तथा बाबा साहब डॉ.भीमराव अम्बेडकर के तैलचित्र पर पूजा अर्चनाकर किया गया!
कार्यक्रम में अधिष्ठाता डॉ.अजय वर्मा ने भारतीय संविधान दिवस की विशेषता को बताते हुऐ कहा की आज ही दिन इसे 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा द्वारा अंगीकृत किया गया था और यह 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ। इसको अंगीकृत किये जाने के समय, संविधान में 395 अनुच्छेद और 8 अनुसूचियां थीं और इसमें लगभग 145,000 शब्द थे, जिससे यह अब तक का अंगीकृत किया जाने वाला सबसे लंबा राष्ट्रीय संविधान बन गया! भारत का संविधान एक ऐसा दस्तावेज है, जिसने भारत को एक लोकतांत्रिक देश बनाया है।
आगे श्री डॉ.वर्मा ने कहा डॉ.भीमराव अम्बेडकर को हमारे संविधान का निर्माता माना जाता है । संविधान भारत को एक संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक, गणतंत्र घोषित करता है। यह भारतीय नागरिकों को न्याय, समानता और स्वतंत्रता की गारंटी देता है और भाईचारे को बढ़ावा देने का प्रयास करता है।
इस दौरान डॉ.अजय वर्मा ने राष्ट्रीय संविधान दिवस पर संविधान की उद्देशिका का वाचनकर सभी को शपथ कराया गया !
कार्यक्रम में प्राध्यापक डॉ. सी.आर.नेताम ने भारतीय संविधान के विषय में विस्तार पूर्वक मूल अधिकार व मूल कर्तव्य को बताते हुऐ कहा कि संविधान सभा द्वारा कई चर्चाओं और अध्ययन के बाद 26 नवंबर 1949 को संविधान का खाका तैयार कर दिया गया था। यह वह दिन था, जब भारतीय संविधान को अपनाया गया था। बाद में सामााजिक न्याय मंत्रालय द्वारा लोगों को संवैधानिक मूल्यों की जानकारी देने के लिए 26 नवंबर को ही संविधान दिवस मनाने का निर्णय लिया गया।
आगे डॉ. नेताम ने कहा भारतीय संविधान 22 भागों में विभजित है तथा इसमे 395 अनुच्छेद एवं 12 अनुसूचियाँ हैं।
राष्ट्रीय संविधान दिवस संविधान में लिखे मूल्यों, जैसे न्याय, समानता और भाईचारे की याद दिलाता है। यह नागरिकों में उनके अधिकारों और जिम्मेदारियों के बारे में जागरूकता बढ़ाता है, उन्हें लोकतांत्रिक मूल्यों को बनाए रखने में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करता है।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. रैना बाजपाई ने किया!
इस अवसर पर इस अवसर पर प्रमुख रूप से डॉ. नीतू स्वर्णकार, डॉ. मधुलिका सिंह, डॉ. अंजली वर्मा, डॉ. रेवेन्द्र कुमार साहू,डॉ. आशीष तिवारी,श्रीमती मैरी सुचिता, डॉ. किरण कुमार, डॉ. तृप्ति ठाकुर, डॉ. पूनम कुमारी, डॉ. मंजू ध्रुव, डॉ. विनीता झोड़ापे,श्री प्रवीण कुमार, श्री हेमंत कुमार साहू, श्री लुकेश कुमार महानन्द,श्री तरुण चंद्राकर, श्रीमती खिलेश्वरी साहू, श्री सूरेश लोखंडे सहित महाविद्यालय के अधिकारी, कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहें!
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