जिले में अवैध ईट भट्टे पर कार्रवाई नहीं.. किसके संरक्षण चल रहा है अवैध ईट भट्ठे का काम? कौन है जिम्मेदार?
रायगढ़ खबर खुलेआम नगर के आसपास सहित जिले में अवैध रूप से ईंट बनाने का काम को बेखौफ किया जा रहा है। इसकी जानकारी राजस्व् सहित खनिज विभाग के अधिकारियों को है लेकिन कार्रवाई नहीं की जा रही है। इसके चलते हौसले बुलंद है जगह-जगह अवैध ईट भट्टा का संचालन किया जा रहा है। जिले के ग्राम कलमी क्षेत्र में संचालित लगभग 5-7 से अधिक ईंट भट्ठे अवैध रूप से संचालित है। यहां पर किसी भी ईंट भट्ठे के संचालक के पास लकड़ी और कोयला सहित मिट्टी का भी बिल नहीं है। ये अवैध कारोबार खुल्ले आम चल रहा है। जिसको लेकर जब मीडिया कर्मी के द्वारा सरपंची पति से बात की तब उनके द्वारा बताया गया कि उनसे किसी भी ईंट भट्ठे के संचालक द्वारा पंचायत से noc नहीं लिया गया है। आखिर किसके संरक्षण से चल रहा है बे खौफ ईंट भट्ठे।
आसपास के लोगों का कहना है कि ईंट भट्ठा पर्यावरण संरक्षण समिति के मापदंड पर खरा नहीं उतरते इसके कारण ही किसी को भी ईंटभट्ठा संचालन के लिए अनुमति नहीं दी गई है, अवैध ईट भट्टे पर कार्रवाई तक नहीं की जाती है। ज्ञात हो कि ईट भट्टे का लोगों पर किसी प्रकार से दुष्प्रभाव नहीं हो , दुर्घटना नहीं हो इसलिए ईंटभट्ठे को घनी आबादी से कम से कम तीन किमी दूर होना चाहिए लेकिन यहां तो इसके विपरीत अधिकतर ईटभट्ठे घनी आबादी के बीच ही स्थापति है। नदी किनारे गांव के आसपास अपने जमीन पर या फिर दूसरे के जमीन पर किराया लेकर इर्टभट्ठे बना लिए हैं। लोगों ने बताया कि स्वयं के मकान निर्माण करने के नाम पर बड़े पैमाने पर ईंट भट्ठे का संचालन कर रहे है। अवैध निर्माण कार्य को रोकने का कार्य खनिज विभाग की है लेकिन कार्रवाई नहीं की जाती है।