स्टेट बैंक में समस्याओं का अंबार, जनता परेशान पढिए पूरी ख़बर ..
सारंगढ़। भारतीय स्टेट बैंक शाखा सारंगढ़ में समस्याओं का अंबार, मूलभूत सुविधा हेतु भी ग्राहक त्रस्त व परेशान ना ग्राहक से सही व्यवहार, ना ही शौचालय व ना ही पीने के लिए पानी उपलब्ध है।भा. स्टेट बैंक में अव्यवस्थाओं का आलम यह है की दूर दराज से आए किसानों, व्यापारियो को अपने छोटे छोटे कार्यों के लिए भी घंटो लाइन लगाने को मजबूर होना पड़ रहा है, और बैंक में लाइन में लगी महिलाओं, बुजुर्गो के लिए ना ही बैंक के अंदर शौचालय की व्यव्स्था है और ना ही पीने हेतु पानी की।स्टेट बैंक हमेशा से अपने कर्मचारियों के दुर्व्यहार के लिए चर्चे में बना रहता है और सारंगढ़ के स्टेट बैंक तो मानो यहां छोटे खाताधारकों को परेशान करने के लिए बैंक प्रबंधन में कोई प्रतिस्पर्धा हो रही हो, आप एक केवाईसी कराने जाओ या मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड करवाने ऐसे छोटे कार्यों के लिए भी आपको कर्मचारियों के सुस्त और उदासीन रवैया के कारण घंटो लाइन के लगना पड़ सकता है।
आखिर क्यों कलेक्ट्रेट, नपा समेत बहुत से सरकारी विभागो ने स्टेट बैंक के अलावा प्राइवेट बैंक को अपनाया ? शासकीय विभाग हो या बड़े व्यापारी सभी धीरे धीरे स्टेट बैंक से दूर होकर प्राइवेट बैंक के पास जाने को आज विवश हो चुके है । अपने खाते और डिपॉजिट व एडवांस दोनो ही प्राइवेट बैंक में डाल रहे है, यही कारण है की प्राइवेट बैंक आज शहरो मे तेजी से विकसित हो रहे है। आखिर क्यो ? इस यक्ष प्रश्न का उत्तर जानना जन-मन के लिए जरूरी ही नहीं अपितु आवश्यक है । भारतीय स्टेट बैंक के कर्मचारियों का रवैया ग्राहकों के प्रति अमानवीय होता है ? जब बैंक में नए छोटे नोट आते है तो आखिर क्यो करेंसी डिस्ट्रीब्यूशन में भी नही होता नियमों का पालन ? आखिर क्यो लोकल चेक क्लीयरेंस व केवाईसी अपडेट में भी लगता है चार – चार दिन?