सारंगढ़: अब तो विद्या का मंदिर भी चढ़ा भ्रस्टाचार की भेंट..
भटगांव । बच्चों के भविष्य को संवारने विद्या का मंदिर बनाया जाता है या यू कहे विद्यालय का निर्माण किया जाता है। अगर तीन माह में करोड़ों रुपए के लागत से निर्माण किए गए विद्यालय भवन जर्जर स्थिति में आ जाए तो आप समझ सकते हैं कि इस विद्यालय को कितना गुणवत्ताहीन बनाया गया है। हम बात कर रहे हैं सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के बिलाईगढ़ विकासखंड में स्थित शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल बेलटिकरी का इस स्कूल की हालत देख आप खुद समझ जाएंगे इस स्कूल में करोड़ों रुपए के स्वीकृत का किस प्रकार उपयोग किया गया है ।
बता दे की शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल बेलटिकरी का नजारा कुछ ऐसा है की यहा दीवाल टूट रहा है, छत से पानी टपक रहा है और प्रयोग शाला कक्ष में जमीन धशक रहा है। बता दे की इस स्कूल को मात्र 3 से 4 माह पहले प्राचार्य को ठेकेदार और पीडब्ल्यूडी विभाग के द्वारा हैंड ओवर किया गया है। लेकिन इस स्कूल की हालत देख आपको यह लगेगा कि यह करीब 5 साल से 10 साल पहले बनाया हुआ स्कूल होगा। लेकिन आप गलतफहमी में है हम आपको बताते हैं कि यह स्कूल 1 वर्ष पहले ही निर्माण कराया गया है मिली जानकारी के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा इस स्कूल को स्वीकृत किया गया था। और इसकी स्वीकृत राशि एक करोड़ 22 लाख 16 हजार रुपए बताई गई है। लेकिन निर्माण एजेंसी पीडब्ल्यूडी विभाग और ठेकेदार शशांक अग्रवाल के द्वारा इस विद्या के मंदिर का गुणवत्ताहीन निर्माण कराया गया है जिससे इस विद्यालय का छत टपक रहा है और दिवाले फट चुकी है। इस विद्यालय में पीछे से सर्प बिच्छू भी विद्यालय में प्रवेश कर रहे हैं जिससे बच्चो को जान का खतरा भी है। स्थानीय ग्रामीणों के साथ साथ डोल कुमार जायसवाल अध्यक्ष जनभागीदारी समिति, सुशील कुमार गुप्ता (प्राचार्य), हरिशंकर जायसवाल (सरपंच) के साथ सभी जनभागीदारी समिति के सदस्यों ने ठेकेदार के ऊपर कड़ी कार्यवाही की मांग की है। सरपंच हरिशंकर जायसवाल ने कहा कि जब यह भवन का निर्माण किया जा रहा था तब मैं भी बीच-बीच पर निरीक्षण कर रहा था कई बार मैंने अधिकारियों और ठेकेदार को कहा कि यहां गुणवत्ता से कम करें लेकिन मेरी बात किसी ने नहीं मानी ।
*500 बच्चो का भविष्य के साथ खिलवाड़*
बता दे कि इस विद्यालय में कक्षा 9 वीं से 12वीं तक करीब 500 बच्चे अध्यनरत है जिनको अपने नए विद्यालय में पढ़ने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। अभी तो बरसात की शुरुवात ही हुई है ऐसे में छत से अगर पानी टपक रहा है तो आप समझ सकते हैं आने वाले बरसात के दिनों में यहां बच्चों को पढ़ना कितना सुरक्षित होगा । और बच्चों के पढ़ाई के साथ ही साथ भविष्य में क्या प्रभाव पड़ेगा ।
*विधायक ने कहा सत्र में उठाएंगे बात*
इन बच्चों की औसमस्याओं को बिलाईगढ़ के विधायक कविता प्राण लहरें ने जाना और विभागीय जांच की मांग की तथा ठेकेदार पर कड़ी कार्रवाई करने की भी मांग की गई विधायक कविता प्राण लहरें ने कहा कि मैं अपने क्षेत्र में बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं कर सकती अगर कार्रवाई नहीं होगी तो आने वाले दिन में विधानसभा सत्र में यह मुद्दा मेरे द्वारा उठाया जाएगा। साथ ही मैं स्कूल का निरीक्षण कर अधिकारियों को कड़ी कार्यवाही करने के बारे में चर्चा भी करूंगी ।
*मामले में अधिकारी दे रहे है गोल मोल जवाब*
बता दे की इस मामले में लोक निर्माण विभाग के अधिकारी और इंजीनियर गोल मोल जवाब दे रहे है जिससे यह आशंका भी लगाई गई है कि इस गुणवत्ताहीन निर्माण में विभाग की भी बराबर भूमिका है । इस मामले में हमने इंजीनियर सुनील कुमार पैकरा से जब जानकारी ली तब उनका कहना है गर्मी के दिनों में यहां छत का कार्य हुआ है और दो से तीन हिस्सों में हुआ है इस कारण से समस्या आई होगी। जल्द ही मरम्मत कर दिया जाएगा । वही प्रभारी एसडीओ पीडब्ल्यूडी भटगांव बंछोर जी को इस बारे में तो जानकारी तक नहीं है। अब सवाल यही है कि बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले ठेकेदार के साथ-साथ अधिकारियों पर क्या कुछ कार्रवाई होता है यह तो आने वाला समय ही बताएगा ।