खतौली में शौचालय की कमी से राहगीर परेशान..
*मुज़फ्फरनगर/खतौली।* खतौली में शौचालय की कमी से राहगीरों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शहर के प्रमुख बाजारों बड़ा बाजार बिड़दीवाड़ा घंटाघर से लेकर बस स्टैंड जानसठ तिराहा से पैठ रोड और बुढ़ाना चौराहा तक सार्वजनिक शौचालयों की संख्या नगण्य है, जिससे लोगों को असुविधा हो रही है।
स्वर्गीय लाला राम चंद्र सहाय रूरल डवलपमेंट फाउंडेशन के संस्थापक एवं अध्यक्ष डॉ. अंकुर प्रकाश गुप्ता “मानव” एवं स्थानीय निवासियों और दुकानदारों का कहना है कि सार्वजनिक शौचालयों की कमी के कारण लोग खुले में शौच करने को मजबूर हैं। इससे न केवल शहर की सफाई और स्वास्थ्य पर असर पड़ता है, बल्कि महिलाओं और बच्चों को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
खतौली के मुख्य बाजार में खरीदारी करने आए एक राहगीर रमेश, गीता, नीलम, फैसल ने बताया, “शहर में बाजारों के समीप सार्वजनिक शौचालय नहीं हैं। हमें अपनी जरूरतों के लिए बहुत दूर जाना पड़ता है या फिर किसी मकान स्वामी से जाकर विनती करनी पड़ती है।” महिलाओं के लिए यह समस्या और भी गंभीर है। सुषमा देवी, जो अपने बच्चों के साथ बाजार आई थीं, ने कहा, “बच्चों के साथ बाहर आना बहुत मुश्किल हो गया है। शौचालय न होने के कारण हमें अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता है।”
हालांकि नगर पालिका द्वारा जहां पर सार्वजनिक शौचालय बनाए गए हैं, उनमें या तो गंदगी का अंबार है या वे बंद पड़े हैं। उनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है, न ही वे किसी राहगीर के काम आ रहे हैं। स्थानीय प्रशासन भी समस्या से अनभिज्ञ नहीं है। कई बार व्यापारियों ने इस समस्या से अधिकारियों का अवगत कराया है, लेकिन कोई कार्रवाई होती नहीं दिख रही।
राहगीरों और स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करने का आग्रह किया है ताकि शहर की स्वच्छता और लोगों की सुविधा सुनिश्चित की जा सके।