छत्तीसगढ़

पढ़े पूरी ख़बर हर दिन खुल रही है टीचर भर्ती में धांधली की पर्तें, फिर सामने आए इतने मामले।।

बेमेतरा जिले में फर्जी शिक्षा कर्मी का मामला शांत होने का नाम ही नहीं ले रहा है. लगातार इसकी शिकायतें मिल रही है. हालांकि इसको लेकर जांच हो रही है. फिर भी रोजाना नए केस सामने आ रहे हैं.।

छत्तीसगढ़  के अविभाजित दुर्ग जिले का हिस्सा रहे बेमेतरा जिला शिक्षा विभाग में 2006-07 में हुई भर्ती में सबसे ज्यादा शिकायत सामने आई हैं. इस दौरान कई शिक्षा कर्मियों के मार्कशीट के अलावा खेलकूद के प्रमाण पत्र, राज्यपाल पुरस्कार के प्रमाण पत्र सहित अन्य प्रमाण पत्र फर्जी तरीके से लगाए जाने की शिकायत की गई थी. अभ्यर्थियों ने इसकी जांच की मांग के लिए दुर्ग कलेक्टर को शिकायत पत्र भेजा था. इसको लेकर प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है. लेकिन, परेशानी की बात ये है कि एक ही जिले से इतने सारे फर्जी शिक्षकों के मामले अचानक कैसे सामने आ रहे हैं.

जनपद पंचायत के माध्यम से हुई थी नियुक्ति

दुर्ग जिले के अंतर्गत आने वाला बेमेतरा शिक्षा जिला 1983 में ही बन गया था और इसके अंतर्गत कर ब्लॉक बेमेतरा, साजा, नवागढ़, और बेरला आते थे. जहां पर जनपद पंचायत के अंतर्गत सभी शिक्षा कर्मियों की नियुक्ति की गई थी. इस दौरान कार्यालय में कार्यरत अधिकारी कर्मचारियों ने अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर उनके दस्तावेजों में फर्जी मार्कशीट, खेलकूद सहित स्काउट गाइड के प्रमाण पत्र लगा दिए थे. जिसके चलते उनकी नियुक्ति हो गई थी.

तात्कालिन आईपीएस अधिकारी ओपी चौधरी ने किया था जांच

शिक्षा जिला में जनपद पंचायत के माध्यम से हुई शिक्षाकर्मी भर्ती को लेकर कई अभ्यर्थियों ने शिकायत की थी. जिसके बाद दुर्ग कलेक्टर की ओर से जांच के आदेश दिए गए थे. इस दौरान बेमेतरा जिले में पदस्थ आईपीएस (एसडीएम) अमित कटारिया ने जांच शुरू किए थे. इसी दौरान उनका स्थानांतरण होने के बाद आईपीएस (एसडीएम) के रूप में छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री ओपी चौधरी बेमेतरा में एसडीएम के रूप में पदस्थ हुए और उन्होंने जांच पूरी कर 175 पेज की जांच रिपोर्ट तैयार कर जिला प्रशासन को सौंपा था. कई अभ्यर्थियों के खिलाफ कार्रवाई की गई और कुछ ने इस्तीफा दे दिया था. लेकिन कुछ लोगों ने न्यायालय की शरण में जाकर स्टे हासिल कर लिए थे.

पैरेंट्स एसोसिएशन की शिकायत

बेमेतरा जिले में लगातार रुक-रुक कर फर्जी शिक्षा कर्मियों के नाम सामने आ रहे हैं. इसी के तहत छत्तीसगढ़ पैरेंट्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष क्रिस्टोफर पाल की ओर से बेमेतरा जिला शिक्षा अधिकारी को शिकायत की गई है कि बेरला ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले प्राथमिक शाला करेली में पदस्थ सहायक शिक्षक (एलबी) धनंजय वर्मा 12वीं फेल थे. उसके बाद भी अंक सूची में हेरा फेरी कर सर्टिफिकेट बनकर वह 2006 से नौकरी कर रहे हैं. वहीं सहायक शिक्षक ने कहा कि उनके ऊपर जो आरोप लगाए हैं, वह निराधार है.

शिकायत पर होगी जांच

बेमेतरा जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. कमल कपूर बंजारे ने कहा कि उन्हें करेली में पदस्थ सहायक शिक्षक धनंजय वर्मा के खिलाफ शिकायत प्राप्त हुई है और इसके लिए उन्होंने माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर को पत्र लिखकर उनके मार्कशीट की जांच करवाएंगे. उसके बाद फिर वह आगे की कार्रवाई करेंगे. इसके लिए उन्होंने जांच के आदेश दे दिए हैं.

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