निर्माणाधीन सुदूर सड़क,पुलिया की गुणवत्ता पर उठे सवाल सरपंच सचिव के कार्यप्रणाली पर ग्रामीण व उपसरपंच ने उठाया सवाल ।।
*जनपद मझौली की चमराडोल ग्राम पंचायत में निर्माणाधीन पुलिया,सड़क , हाट-बाजार, मामले ,ग्रामीणों ने जांच कराए जाने की उठाई मांग
सीधी जिले के मझौली जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायतों में चल रहे निर्माण कार्यों में घोर लापरवाही बरती जा रही है। निर्माण कार्यों की औपचारिकता पूरी की जा रही है। निर्माण कार्यों की होड़ में निर्माण एजेंसियों द्वारा कार्यों की उपयोगिता एवं कार्यो की गुणवत्ता पर बिल्कुल ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
ऐसा ही ताजा उदाहरण जनपद मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत चमराडोल का है। जहां रामलाल बैगा के घर से शिवमूरत भूर्तिया के घर तक बनी सुदूर सड़क और दो पुलिया का निर्माण किया जा रहा है।
जिसकी लागत लगभग सत्रह लाख रूपये बताई जा रही है। स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिया कार्य अत्यंत घटिया किस्म का किया जा रहा है। नींव तो नाम मात्र के लिए खोदी गई है, वहीं गिट्टी क्रेशर मैटल की जगह बेस में सोलिंग का उपयोग किया गया है। क्रेशर गिट्टी का कम उपयोग किया गया सोलिंग का उपयोग ऊपर से लेकर नीचे तक किया गया वहीं सीमेंट की मात्रा भी काफी कम है।
जिससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि पुलिया कितनी मजबूत होगी। ग्रामीणों की माने तो निर्माण एजेंसी ऐसे गुणवत्ता विहीन कार्यो को अंजाम देने से इसलिए परहेज नहीं करते क्योंकि उपयंत्री से लेकर पूरा-पूरा विभागीय आला अधिकारियों का भरपूर संरक्षण प्राप्त रहता है। वैसे तो निर्माण कार्यों की मानीटरिंग का कार्य उपयंत्री का होता है लेकिन इस क्षेत्र में जिस उपयंत्री फारूक को देख रेख की जिम्मेवारी सौंपी गई है उनका आना-जाना जिला मुख्यालय से होता है और वह भी सप्ताह में एकाध दिन ही फील्ड के लिए समय निकाल पाते हैं,
जिससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है की उनके द्वारा उन्हें मिले ग्राम पंचायतों में निर्माण कार्यों की मॉनीटरिंग कैसे होती होगी।
*सरपंच सचिव के कारनामे*
वही ग्राम पंचायत में सरपंच, सचिव द्वारा धड़ल्ले से गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य कराया जा रहा है और आधिकारिक तौर पर आंख मूंद कर निर्माण कार्यों की सीसी जारी की जा रही है पंचायत में दलाल वेंडरों द्वारा निर्माण सामग्री का दुगना बिल लगाते हुए राशि आहरित करवाई जा रही है ग्रामीणों की माने तो जिम्मेदारों के द्वारा निर्माण कार्य के नाम पर लीपापोती कर शासकीय राशि गवन मात्र एक उद्देश्य बन चुका है फिर चाहे पीसीसी सड़क हो सुदूर सड़क हो पुलिया निर्माण हो हाट बाजार निर्माण हो सब में जमकर भ्रष्टाचार किया गया वहीं सूत्रों की माने तो गुणवत्ता विहीन कार्यों के साथ तमाम कार्य जो धरातल पर हुई ही नहीं और उसका विभागीय पेमेंट फर्जी बिलो के सहारे हो जाता है जो की बड़ा जांच का विषय है जिसको लेकर अगर विभागीय अधिकारियों के द्वारा हुए कार्यों का भौतिक सत्यापन निष्पक्ष रूप से किसी अन्य एजेंसी से करवाई जाए तो सरपंच सचिव के कार्यों का तो सारा दूध पानी अलग हो जायेगा क्षेत्रीय ग्रामीणों ने इस ओर जिला कलेक्टर का ध्यान आकृष्ट कराते हुए गुणवत्ता विहीन हो रहे निर्माण कार्यों की जांच कराए जाने की मांग की है।
…काम अच्छा हो रहा है बाकी चीज मैं आपको कागज देखकर ही बता पाऊंगा
मोहम्मद फारूक, उपयंत्री मझौली
……निर्माण कार्यों के बारे में एसडीओ आर ई एस से बात कीजिए
एस एन द्विवेदी, सीईओ जपं मझौली
आपके द्वारा मामला संज्ञान में आया है जांच करवा कर जो भी कार्रवाई होगी की जाएगी
सरिता सिंह, एसडीओ आर ई एस मझौली
सुदूर सड़क के नाम पर घटिया सड़क निर्माण कराया गया पुलिया में सोलिंग डालकर टेढ़ी मेढ़ी बनाई गई है गुणवत्ता विहीन तरीके से ग्राम पंचायत में हर कार्य हो रहा है
रामबहोर बैग, उपसरपंच चमराडोल
सुदूर सड़क व पुलिया गुणवत्ता विहीन तरीके से बनाई जा रही है सरपंच की दबंगई के कारण पट्टे की जमीन में जबरन खोदकर सड़क का निर्माण करवाया जा रहा है जबकि उस जमीन का स्थगन तहसीलदार द्वारा जारी किया गया है इसके बावजूद भी सरपंच की दबंगई से जबरन रोड बनाई जा रही है
चंद्रभान भूर्तिया ग्रामीण चमराडोल
मेरे द्वारा अगर किसी प्रकार का हस्तक्षेप किया जाता है तो सरपंच द्वारा कहा जाता है कि तुम चपरासी हो रही बात निर्माण कार्यों की तो मेरे भी हस्ताक्षर लगे हुए हैं मैं विरोध करता है तो मुझे ट्रांसफर की धमकी दी जाती है
विनोद गुप्ता सचिव चमराडोल